पाकिस्तान के दोस्त के लिए लिखी हुई कविता। वह खुद भी अपने देश में फैल रहे आतंकवाद से परेशान सहृदय व्य... पाकिस्तान के दोस्त के लिए लिखी हुई कविता। वह खुद भी अपने देश में फैल रहे आतंकवाद...
कभी सूक्ष्म, कभी विराट, अनजानी, अनसुनी कहानियां। कभी सूक्ष्म, कभी विराट, अनजानी, अनसुनी कहानियां।
कमी नहीं है वादे करने वालों की, तलाश है वादे निभाने वालों की। कमी नहीं है वादे करने वालों की, तलाश है वादे निभाने वालों की।
सच बोलने की साझा भी पाता है, लेकिन मैं सीधी बात ही करता हूं। सच बोलने की साझा भी पाता है, लेकिन मैं सीधी बात ही करता हूं।
कुछ अनकही सी हमेशा रह सी जाती है कुछ अनकही सी हमेशा रह सी जाती है
प्रकाश और अंधकार ब्रह्मांड को परिभाषित करते हैं। प्रकाश और अंधकार ब्रह्मांड को परिभाषित करते हैं।